ऊचाई पर जीपीएस का रिकार्ड
baatein duniya ki |
पृथ्वी के आसपास दिन वृत्ताकार कक्षा में कार्यरत चार mms अंतरिक्ष यान में GPS प्रणाली लगी है और यहां अपनी सटीक प्रणालियों का नाम लेती है और यहां अपनी सटीक परिपथ प्रणालियों का माप लेती है। इसके लिए अत्यंत संवेदनशील पोजीशन और कक्षा की गणना की जरूरत है, इस साल mms के चारों उपग्रहों ने बीच केवल 7.2 किलोमीटर का अंतर रखते हुए अलग-अलग उड़ान भरी और एक बहुअंतरिक्ष यान फॉर्मेशन बनाया । जब यह उपग्रह पृथ्वी के करीब थे ,तब इनकी गति 35405 किलोमीटर प्रीति घंटा थी। जीपीएस रिसीवर के अब तक ज्ञात उपयोग में यह गति सर्वाधिक थी।
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पहला चरण सफल रहा :- अपने मिशन के पहले ही साल में mms विज्ञानिकों को पृथ्वी के मैग्नेटोस्फीयर की जानकारी दे रहा है । अपने चार अलग-अलग उपग्रहों का उपयोग कर रहा है । जो चुम्बकीय पुनःजुडाव (मैग्नेटिक रिक्नेक्शन) को मापने के लिए पिरामिड के आकार में उड़ान भरते है । मैग्नेटिक रिक्नेक्शन वह प्रकिया है जो सूर्य और पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्रों की परस्पर प्रतिक्रिया के कारण होती है ।अंतरिक्ष
- 70000 किलोमीटर ऊचाई पर जीपीएस सिग्नल स्थापित किया ।
- 2017 में दूसरा चरण शुरू अगले साल mms मिशन अपने दुसरे चरण में प्रवेश करेगा और उपग्रहों को को अधिक बड़ी कक्षा में भेजा जायगा जहा वे प्रथ्वी के मैग्नेटोस्फीयर के अलग हिस्से का अन्वेषण करेंगे।
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